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अभिगम्यता के विकल:
ईमानदारी समझौता
ईमानदारी समझौता पारदर्शिता अन्तरराष्ट्रीय ( ट्रांसपेरेन्सी इंटरनेशनल ), एक अलाभकारी संगठन द्वारा अभिकल्पित और आरंभ किया गया एक साधन है जिसका लक्ष्य एक करार के माध्यम से विशेष प्रापणों हेतु खरीददार एजेंसी संभावित विक्रेताओं / नीलामीकर्ताओं के मध्य प्रक्रियाओं में गलत प्रक्रियाओं को कम करना है । इस करार में दोनों पार्टियों के व्यक्तियों/अधिकारियों से प्रापण के किसी भी पहलू पर कोई भ्रष्ट प्रभाव न डालने की प्रतिबद्धता मांगी जाती है । केवल वे विक्रेता / नीलामीकर्ता जो खरीददार के साथ इस प्रकार का एक ईमानदारी समझौता करते हैं वे ही नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के योग्य होते हैं। किसी विशिष्ट प्रापण के संबंध में ईमानदारी समझौता सौदे की सभी स्थितियों को बोली आमंत्रित करने से लेकर अंतिम रूप से सम्पन्न किए जाने तक कवर करता है ।
ईमानदारी समझौता स्वतंत्र बाह्य देखरेख करने वालों (आईईएम) के एक पैनल के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है जो यह सुनिश्चित करते हैं कि संबंधित पार्टियॉं अपनी संबद्ध दायित्वों के साथ ईमानदारी समझौता के अधीन अनुपालन करें । प्रापण के किसी भी पहलू से संबंधित कोई शिकायत आईईएम में की जा सकती है ।
एसटीसी के निदेशक मंडल ने पहले ही रूपए 5 करोड़ के एक थ्रेशहोल्ड मूल्य से ऊपर में निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किए गए सभी प्रमुख प्रापणों के संबंध में ईमानदारी समझौता कार्यान्वयन का अनुमोदन कर दिया है । तथापि, ईमानदारी समझौता एसोसिएट की ओर से किए गए बैक-टू-बैक सौदों पर लागू नहीं होता ।